दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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रविवार, 5 मई 2024

मई ५, छंद जग, नवगीत, विधाता छंद, ओशो चिंतन, लाओत्से, कुमार रवीन्द्र, दोहा दुनिया

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  ओशो चिंतन: दोहा मंथन १. लाओत्से ने कहा है, भोजन में लो स्वाद। सुन्दर सी पोशाक में, हो घर में आबाद।। रीति का मजा खूब लो * लाओत्से ने बताया,...
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