दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

पवन मुवार ''प्रणय'' लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
पवन मुवार ''प्रणय'' लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
बुधवार, 5 अगस्त 2009

मुक्तक, पवन मुवार ''प्रणय''

›
मुक्तक पवन मुवार ''प्रणय'', मैनपुरी बंद पलकों में जब भी निहारोगे तुम. राग सा सप्त स्वर में उतारोगे तुम. गीत बनकर ह्रदय में स...
5 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

योगदान देने वाला व्यक्ति

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava

:: संचालक मंडल ::

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava
Blogger द्वारा संचालित.