दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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मंगलवार, 27 अक्टूबर 2020

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नवगीत: संजीव  * ऐसा कैसा पर्व मनाया ? * मनुज सभ्य है करते दावा बोल रहे कुदरत पर धावा कोई काम न करते सादा करते कभी न पूरा वादा अवसर पाकर स्वा...
रविवार, 29 अक्टूबर 2017

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नवगीत: देव सोये तो सोये रहें हम मानव जागेंगे राक्षस अति संचय करते हैं दानव अमन-शांति हरते हैं असुर क्रूर कोलाहल करते दनुज निबल की जां...

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नवगीत: आओ रे! मतदान करो भारत भाग्य विधाता हो तुम शासन-निर्माता हो संसद-सांसद-त्राता हो हमें चुनो फिर जियो-मरो कैसे भी मतदान करो त...
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