दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

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सोमवार, 18 फ़रवरी 2019

नवगीत- पड़ा मावठा

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नवगीत- पड़ा मावठा  * पड़ा मावठा  घिरा कोहरा जला अँगीठी आगी ताप * सिकुड़-घुसड़कर बैठ बावले थर-थर मत कँप, गरम चाय ले सुट्टा मार चिलम का जी भर उठा...
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