दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शनिवार, 5 जुलाई 2025

जुलाई ५, अचल छंद, गुरु, षट्पदी, दोहा मुक्तक, चोका गीत, अमरनाथ, घनाक्षरी, आक्षेप अलंकार, हाइकु,

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सलिल सृजन जुलाई ५ ० पूर्णिका . दैव की रजा मजा ही मजा . वही है मिला जिसे था तजा . रुके जब घड़ी कहो क्या बजा? . काम बिन राम क्या कभी भजा? . सा...
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