दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

जाको प्रिय न घूस-घोटाला लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
जाको प्रिय न घूस-घोटाला लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सोमवार, 28 जनवरी 2013

हास्य पद: जाको प्रिय न घूस-घोटाला संजीव 'सलिल'

›
हास्य पद: जाको प्रिय न घूस-घोटाला संजीव 'सलिल' * जाको प्रिय न घूस-घोटाला... वाको तजो एक ही पल में, मातु, पिता, सुत, साला. ...
5 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

योगदान देने वाला व्यक्ति

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava

:: संचालक मंडल ::

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava
Blogger द्वारा संचालित.