दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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मंगलवार, 23 अगस्त 2022

घनाक्षरी,बाल गीत, पारुल,जनकछंदी गीत,कल्पना रामानी,'व्योम', चित्र अलंकार,नवगीत, जयमाल,

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ॐ नवान्वेषित दण्डक छंद यगणादित्य घनाक्षरी * विधान- बारह यगण संकेत-यगण = १२२, आदित्य = १२। * कन्हैया! कन्हैया! पुकारें हमेशा, तुम्हें राधिका...
सोमवार, 23 अगस्त 2021

विमर्श, वरमाल या जयमाल

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विमर्श, अनावश्यक कुप्रथा: वरमाल या जयमाल??? संजीव * आजकल विवाह के पूर्व वर-वधु बड़ा हार पहनाते हैं। क्यों? इस समय वर के मिटे हुल्लड़ कर उसे उठ...
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