दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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मंगलवार, 23 अप्रैल 2024

अप्रैल २३, छंद सखी, छंद गंग, भोजपुरी, कहावत, नवगीत, बाँस, लोरी, बुक डे, नोटा, पृथ्वी दिवस

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 सलिल सृजन अप्रैल २३  * मुक्तक उमर गँवाई, जाग न पाए। प्रभु से कर अनुराग न पाए।। कोशिश कर कर हार गए हैं- सच से लेकिन भाग न पाए।। २३-४-२०२३ ••...
शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

सखी छंद, गंग छंद

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ॐ छंद बहर का मूल है: १० * छंद परिचय: संरचना: SIS SSI SS / SISS SISS सूत्र: रतगग। आठ वार्णिक अनुष्टुप जातीय छंद। चौदह मात्रिक मानव जातीय सखी ...
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