दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

गीता अध्याय २ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
गीता अध्याय २ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
मंगलवार, 11 मई 2021

दोहे गीता अध्याय २

›
 ॐ श्रीमद्भग्वद्गीता   * छोटा मन रखकर कभी, बड़े न होते आप।  औरों के पैरों कभी, खड़े न होते आप।।   * भीष्म भरम जड़ यथावत, ठुकराएँ बदलाव।  अहंकार...
गुरुवार, 6 मई 2021

कृष्ण चिंतन क्रमांक -११

›
 * ॐ विश्ववाणी हिंदी संस्थान अभियान जबलपुर  कृष्ण चिंतन क्रमांक -११ आत्मीय स्वजन! जय श्री कृष्ण, कृष्ण जी की कृपा एवं आदरणीय आचार्य संजीव  व...
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

योगदान देने वाला व्यक्ति

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava

:: संचालक मंडल ::

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava
Blogger द्वारा संचालित.