दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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रविवार, 14 मई 2017

navgeet

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नवगीत:  संजीव * कुदरत का अपना हिसाब है  . कब, क्या, कहाँ, किस तरह होता? किसको कौन बताये? नहीं किसी से कोई पूछे और न टांग अड़ाये नफरत का गा...
मंगलवार, 28 अप्रैल 2009

ग़ज़ल सलिला: मनु बतखल्लुस

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जुनूने-गिरिया का ऐसा असर भी, मुझ पे होता है कि जब तकिया नहीं मिलता, तो दिल कागज़ पे रोता है अबस आवारगी का लुत्फ़ भी, क्या खूब है यारों, मगर ...
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