दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शुक्रवार, 1 मई 2009

एक ग़ज़ल : मनु बेतखल्लुस, दिल्ली

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कड़कती धूप को सुबहे-चमन लिखा होगा फ़रेब खा के सुहाना सुखन लिखा होगा कटे यूँ होंगे शबे-हिज़्र में पहाड़ से पल ख़ुद को शीरी औ मुझे कोहकन लिखा ...
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