tag:blogger.com,1999:blog-5874853459355966443.post7000999622393833576..comments2024-03-02T15:49:04.728+05:30Comments on दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada : मुक्तिका: खुशबू -संजीव 'सलिल'Divya Narmadahttp://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5874853459355966443.post-54571625838785873202010-01-23T23:37:06.431+05:302010-01-23T23:37:06.431+05:30बहुत खूब , आपके इन शब्दों की खुशबू के लिए आपका धन्...बहुत खूब , आपके इन शब्दों की खुशबू के लिए आपका धन्यवाद !<br /><br />PS:कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा दें , इसका कोई उपयोग नहीं है केवल प्रतिक्रिया देने वाले को बेहद असुविधा होती है ! शुभकामनायें !सतीश सक्सेना ...noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5874853459355966443.post-45919736922582602962010-01-21T21:08:13.733+05:302010-01-21T21:08:13.733+05:30बसंत पंचमी की शुभकामनाएंबसंत पंचमी की शुभकामनाएंवन्दना अवस्थी दुबे ...noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5874853459355966443.post-43270574981661758442010-01-21T21:07:44.549+05:302010-01-21T21:07:44.549+05:30सभी खुशबू के दीवाने हुए, पीछे रहूँ क्यों मैं?
मुझे...सभी खुशबू के दीवाने हुए, पीछे रहूँ क्यों मैं?<br />मुझे तो भा रही है यार के दीदार की खुशबू..<br /><br />तितलियाँ फूल पर झूमीं, भ्रमर यह देखकर बोला.<br />कभी मुझको भी लेने दो दिले-गुलज़ार की खुशबू.<br /><br />roomaniyat aur darshan dono ka bhandaar hai gazal aapki..Dipak 'Mashal' ...noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5874853459355966443.post-56962572129042816312010-01-20T11:10:37.360+05:302010-01-20T11:10:37.360+05:30एक सुन्दर , तरूण रचना के लिए बधाई |
मुक्तक सुना ह...एक सुन्दर , तरूण रचना के लिए बधाई |<br /><br />मुक्तक सुना है लेकिन मुक्तिका क्या है ? <br /><br />अवनीश तिवारीअवनीश एस तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04257283439345933517noreply@blogger.com