सड़क पर...ओवरटेकिंग और टर्निंग इंडीकेटर्स अलग अलग हों....!!!!
vivek ranjan shrivastava , jabalpur
सड़क पर , लेफ्ट या राइट टर्न के लिये , या लेन परिवर्तन के लिये चार पहिये वाले वाहन में बैठा ड्राइवर जिस दिशा में उसे मुड़ना होता है , उस दिशा का पीला इंडीकेटर जला कर पीछे से आने वाले वाहन को अपने अगले कदम का सिग्नल देता है . स्टीयरिंग के साथ जुड़े हुये लीवर के उस दिशा में टर्न करने से से वाहन की बाडी में लगे अगले व पिछले उस दिशा के पीले इंडीकेटर ब्लिंकिंग करने लगते हैं , वाहन के वापस सीधे होते ही स्वयं ही स्टीयरिंग के नीचे लगा लीवर अपने स्थान पर वापस आ जाता है , व इंडीकेटर लाइट बंद हो जाती है . जब आगे चल रही गाड़ी का ड्राइवर दाहिने ओर से पीछे से आते हुये वाहन को ओवर टेक करने की अनुमति देता है तब भी वह इन्ही इंडीकेटर के जरिये पीछे वाली गाड़ी को संकेत देता है . इसी तरह डिवाइडर वाली सड़को पर , बाई ओर से पीछे से आ रहे वाहन को भी ओवरटेक करने की अनुमति इसी तरह वाहन के बाई ओर लगे इंडीकेटर जलाकर दी जाती है .
इस तरह पीछे से आ रहे वाहन के चालक को स्व विवेक से समझना पड़ता है कि इंडीकेटर ओवरटेक की अनुमति है या आगे चल रहे वाहन के मुड़ने का संकेत है , जिसे समझने में हुई छोटी सी गलती भी एक्सीडेंट का कारण बन जाती है .
मेरा सुझाव है कि यदि वाहन निर्माता ओवर टेकिंग हेतु हरे रंग की लाइट , साइड बाडी पर और लगाने लगें तो यह दुविधा की स्थिति समाप्त हो सके व पीछे चल रहा चालक स्पष्ट रूप से आगे के वाहन के संकेत को समझ सके ...
क्या मेरे इस सुझाव पर आर टी ओ व वाहन निर्माता ध्यान देंगे ?
सही सुझाव है!!
जवाब देंहटाएंश्री विवेक के इस विवेकपूर्ण सुझाव पर अमल किया जाना चाहिए.
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