गत्यात्मक ज्योतिष
संगीता पुरी
मंगल चंद्र की यह युति धनु राशिवालों के लिए खासी बुरी और कुंभ राशिवालों के लिए खासी अच्छी रहेगी !!
आज आसमान में मंगल और चंद्र की एक बहुत ही मजबूत स्थिति बन रही है , जिसका रात्रि साढे नौ बजे के आसपास उदय होगा और रातभर मंगल और चंद्र को आप एक साथ आकाश में चमकता देख सकते हैं। इसके कारण आज और कल का दिन युवाओं के लिए खासकर 24 वर्ष की उम्र से 36 वर्ष की उम्र तक के युवकों युवतियों के लिए बहुत ही निर्णायक होगा , इसलिए वे आज कल में किसी महत्वपूर्ण घटना से संयुक्त हो सकते हैं। वैसे इसका प्रभाव अभी आनेवाले छह महीने तक रहेगा। अधिकांश के लिए यह घटना सुखद हो सकती है , पर कुछ के लिए तो कष्टकर होगी ही। मई 2010 तक इस घटना के विशेष प्रभाव से उन्हें सुख या दुख की अनुभूति होती रहेगी। जहां सुखद प्रभाव महसूस करनेवाले युवक युवतियों को इसकी बधाई देना चाहूंगी , तो दुखद प्रभाव महसूस करनेवालों के लिए मेरे दिल में संवेदनाएं भी हैं। वे अपने धैर्य की परीक्षा देते रहें , आनेवाला कल उनका भी होगा। वैसे इसके बारे में कल ही हल्के फुल्के ढंग से बताया था , पर आज विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
वैसे तो पंचांग में मंगल और चंद्र की यह युति हर महीने आती है , क्यूंकि 28 दिन में ही चंद्रमा हर राशि की परिक्रमा करता है और किसी न किसी राशि में मंगल को होना ही है , इसलिए युति तो हर महीने होगी ही। पर हर महीने की युति को हम नहीं देख पाते , क्यूंकि सूर्य के साथ रहने के कारण वह पृथ्वी के हर भाग में वह दिन में ही उदय और अस्त हो जाता है। वैसे दिखाई न देने से हमपर प्रभाव भी न पडे , यह बात तो ग्रहों के संबंध में कहना तो उचित नहीं होगा। वास्तव में सूर्य से कोणिक दूरी के बढने के साथ ही साथ पृथ्वी से इसकी दूरी अपेक्षाकृत कम होने लगती है। यही कारण है कि इस समय नासा के वैज्ञानिक भी मंगल पर अपने यान भेजने या मंगल पर अन्य प्रकार के परीक्षण करने की शुरूआत करते हैं।
मंगल से संबंधित कई आलेखमैं पोस्ट कर चुकी , जिसमें मैने स्पष्टत: समझाया है कि पृथ्वी से अपेक्षाकृत कम दूरी बनते जाने से ही यह पृथ्वी पर अधिक प्रभावी होने लगता है। जैसा कि पिछले आलेखों में कह ही चुकी हूं , मंगल युवाओं को काफी हद तक प्रभावित करता है। इस कारण 7 और 8 नवम्बर 2010 को युवा वर्ग के किसी खास घटना से संबंधित होने की संभावना बढ जाती है। यहां ही नहीं आनेवाले कई महीनों में मंगल और चंद्र की इस तरह की युति का प्रभाव वे देख सकेंगे। जहां कुंभ राशिवालोंके लिए यह युति खासी अच्छी होगी , वहीं धनु राशिवालेइस युति के कारण कुछ परेशान भी रह सकते हैं।
युवाओं के अतिरिक्त अन्य लोगों पर भी इसका आंशिक प्रभाव पडेगा , मंगल की इस खास स्थिति के कारण आज के अलावे आनेवाले छह महीनों में सभी लोग मंगल से संबंधित मुद्दों को मजबूत बनाने की कोशिश में लगे रहेंगे। विभिन्न लग्नवाले भिन्न प्रकार के संदर्भों में विशेष ध्यान संकेन्द्रण करेंगे .......
जैसे मेष लग्नवाले स्वास्थ्य और जीवनशैली को , वृष लग्नवाले घर गृहस्थी और खर्च को , मिथुन लग्नवाले लाभ और प्रभाव को , कर्क लग्नवाले संतान और प्रतिष्ठा के वातावरण को , सिंह लग्नवाले किसी प्रकार की छोटी या बडी संपत्ति को प्राप्त करने को , कन्या लग्नवाले भाई बंधु से संबंधित वातावरण को , तुला लग्न वाले अपनी घर गृहस्थी और आर्थिक वातावरण को , वृश्चिक लग्नवाले स्वास्थ्य और प्रभाव को , धनु लग्नवाले अपनी संतान और बाह्य संदर्भों की स्थिति को , मकर लग्नवाले किसी प्रकार की संपत्ति के लाभ को , कुंभ लग्नवाले पारिवारिक और पद प्रतिष्ठा से संबंधित वातावरण को तथा मीन लग्नवाले अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने की कोशिश में जुटे रहेंगे , उनमें से अधिकांश को सफलता मिलेगी , पर कुछ को असफलता भी हाथ आ सकती है। असफलता हाथ आने का कारण उनकी जन्मकालीन ग्रह स्थिति होगी , तत्कालीन नहीं !!
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संगीता जी!
जवाब देंहटाएंवन्दे मातरम.
आपकी क्रिकेट मैच सम्बन्धी भविष्यवाणी बिलकुल सही निकलीं हैं. बधाई.
मंगल और शनि की युति पर यह लेख भी आँखें खोलने वाला है.
मेरी रशी सिंह तथा पिताजी की तुला है. शनि ने जब सिंह लग्न से तुला में गमन किया तो पिताजी (९१ वर्ष) अकस्मात् बीमार पड़े, अस्पताल में भरती हुए और चल बसे. उसी समय मैं सड़क दुर्घटना का शिकार हुआ, दाहिने हाथ-पैर में चोट लगी और हाथ अब तक पूरी तरह ठीक नहीं हुआ है. मेरे बेटे की भी राशि सिंह है. एम्.बी.ए. करने के बाद भी उसको आजीविका की तलाश है. क्या यह भी शनि के परिभ्रमण का असर है? मेरा हाथ कब तक टीक होगा?, बेटे की नौकरी कब तक लगेगी? बता सकें तो मेरी चिंता का निवारण होगा.