दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

सोमवार, 21 अगस्त 2023

मुक्तिका, मुक्तक, दोहा, हाइकु,

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दोहा सलिला मन-मंजूषा जब खिली, यादें बन गुलकंद मतवाली हो महककर, लुटा रही मकरंद * सुमन सुमन उपहार पा, प्रभु को नमन हजार सुरभि बिखेरें हम '...
शुक्रवार, 18 अगस्त 2023

सॉनेट, कशमकश, शुद्धगीता, छंद, कहमुकरी, सरसी कुण्डलिया, मुक्तक, गीता,

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सॉनेट  वाह कहूँ या आह करूँ?  मन-मंथन कर लिया चित्र का,  दृश्य-अदृश्य शब्द माला में,  गूंँथ कार्य कर दिया मित्र का।  शब्द सटीक तलब, लब चुनकर,...

ओशो का अंतिम प्रवचन

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ओशो का अंतिम प्रवचन : "सम्मासति" 10 अप्रैल 1989 बुद्धा सभागार ओशो आश्रम, पुणे भारत। अपने अंतिम प्रवचन में भगवान् श्री ने कहा- ...
गुरुवार, 17 अगस्त 2023

संजीव वर्मा 'सलिल'

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आप अपनी जानकारी आज ही भेज दीजिए--- 1-नाम : आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'  2-पिता का नाम : स्मृतिशेष राजबहादुर वर्मा, पूर्व जेल अधीक्षक। ...

कुंडलिया, मुक्तक, षडपदिक सवैया, सरसी छंद, लघुकथा, राखी गीत, गीता गायन

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कुंडलिया छंद : रावण लीला देख * लीला कहीं न राम की, रावण लीला देख. मनमोहन है कुकर्मी, यह सच करना लेख.. यह सच करना लेख काटेगा इसका पत्ता. सरक...
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