दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

बुधवार, 27 अप्रैल 2022

सॉनेट, छंद गोपी,कोविद,तेवरी,मुक्तिका,

›
अभिनव प्रयोग गोपी छंदीय सॉनेट * घोर कलिकाल कठिन जीना। हाय! भू पर संकट भारी। घूँट खूं के पड़ते पीना।। समर छेड़े अत्याचारी।। सबल नित करता मनमानी...
मंगलवार, 26 अप्रैल 2022

गीत, सॉनेट,मुक्तक,मुक्तिका,छंद प्लवंगम्,हाइकु ,भूकंप नेपाल, नवगीत

›
सॉनेट  ओ तू • ओ तू कितना सदय-निठुर है? बिन माँगे सब कुछ दे देता। बिना बताए ले भी लेता अपना-गैर न, कृपा-कहर है।। मिलकर मिले न, जुदा न होता सब...
रविवार, 24 अप्रैल 2022

माँ, दोहे,षटपदी,मुक्तिका,मुक्तक,चिंतन, सॉनेट,सावित्री

›
सॉनेट सावित्री • सकल सृष्टि सर्जक सावित्री। शक्तिवान तनया अवतारी। संजीवित शाश्वत सावित्री।। परम चेतना नित अविकारी। सत्यवान रक्षक सावित्री। अ...
शनिवार, 23 अप्रैल 2022

सॉनेट, चिंतन,पुस्तक दिवस,मुक्तिका,लघुकथा,गीत,भोजपुरी, कहावतें

›
सॉनेट पृथ्वी दिवस • पृथ्वी दनुजों से थर्रायी ऐसा हमें अतीत बताता पृथ्वी अब भी है घबरायी ऐसा वर्तमान बतलाता क्या भविष्य बस यही कहेगा धरती पर ...
शुक्रवार, 22 अप्रैल 2022

कृष्ण कला, कृष्ण प्रज्ञा

›
कृष्ण प्रज्ञा की भाषा नीति ०१.  स्वर-व्यंजन निम्न अनुसार होंगें-        (अ)  स्वर - अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ,  अनुस्वार- अं विसर्ग: अ...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

योगदान देने वाला व्यक्ति

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava

:: संचालक मंडल ::

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava
Blogger द्वारा संचालित.