दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

शुक्रवार, 25 जून 2021

मैं भारत हूँ

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११-७-२०१८  विजय भारत भारती की, अनुपमा शोभा लखें  जन्म लें गोविन्द भी आ, संग कमला भी दिखें  * हो अशोक स्वदेश सारा, निशा सारा तम पिएँ  प्रगट स...

दोहा सलिला पिता

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दोहा सलिला पिता * गीता पढ़कर नित पिता, रहे पढ़ाते पाठ सदानंद कर्त्तव्य से, मिले करो हंस ठाठ * विभा-रश्मि जब साथ हो, तब न तिमिर को भूल भूमि रेण...

पिता रचनाएँ

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पिता रचनाएँ * शिशु गीत सलिला : संजीव 'सलिल' * पापा- पापा लाड़ लड़ाते खूब, जाते हम खुशियों में डूब। उन्हें बना लेता घोड़ा- हँसती, देख बा...
बुधवार, 23 जून 2021

काल है संक्रांति का, आचार्य भगवत दुबे

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पुस्तक चर्चा- संक्रांतिकाल की साक्षी कवितायें आचार्य भगवत दुबे * [पुस्तक विवरण- काल है संक्रांति का, गीत-नवगीत संग्रह, आचार्य संजीव वर्मा ...

मुक्तक

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  मुक्तक ************************* हम हैं धुर देहाती शहरी दंद-फंद से दूर पुलकित होते गाँव हेर नभ, ऊषा, रवि, सिंदूर ...

द्विपदियाँ

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कुछ द्विपदियाँ : संजीव 'सलिल' * वक्-संगति में भी तनिक, गरिमा सके न त्याग. राजहंस पहचान लें, 'सलिल' आप ही आप.. * चाहे कोयल-नी...

मुक्तिका

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मुक्तिका * साँझ शर्मा गयी, गुलाल हुई क्या कहूँ?, हाय! बेमिसाल हुई * एक पल में हँसी वो बच्ची सी दूसरे पल मचल, धमाल हुई * फ़िक्र में माँ दुपहरी...

जम्मू-कश्मीर और अनुच्छेद ३७०

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चौपाल चर्चा: जम्मू-कश्मीर और अनुच्छेद ३७० संजीव * भारत की स्वतंत्रता के समय भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम १९४७ के अनुसार भारतीय रियासतों को छूट ...

गीत

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गीत: मौसम बदल रहा है… संजीव * मौसम बदल रहा है टेर रही अमराई परिवर्तन की आहट पनघट से भी आई... * जन आकांक्षा नभ को छूती नहीं अचंभा छाँव न दे ज...

नवगीत

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नवगीत: करो बुवाई... संजीव 'सलिल' * खेत गोड़कर करो बुवाई... * ऊसर-बंजर जमीन कड़ी है. मँहगाई जी-जाल बड़ी है. सच मुश्किल की आई घड़ी है....

मुक्तिका: आँख का पानी

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मुक्तिका: आँख का पानी संजीव वर्मा 'सलिल' * आजकल दुर्लभ हुआ है आँख का पानी. बंद पिंजरे का सुआ है आँख का पानी.. शिलाओं को खोदकर नाखून ...

नवगीत प्रश्नावली

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नवगीत प्रश्नावली प्रश्नकर्ता : डॉ. संजय यादव, लवली प्रोफेशनल विद्यालय , फगवाड़ा पंजाब  ए ५७ राठ नगर, अलवर राजस्थान, ३०१००१, चलभाष ८७१७० ८४००५...

दोहा दो दुम का

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उषा सूर्य कर गह कहे, जगो हो गई भोर। आलस तजकर थाम लो, श्रम-कोशिश की डोर।। सफलता तभी मिलेगी कहानी नई बनेगी
मंगलवार, 22 जून 2021

मैं भारत हूँ आमंत्रण

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मैं भारत हूँ आमंत्रण भारत की स्वतंत्रता की ७५ वी वर्षगांठ  के अवसर पर "मैं भारत हूँ" पर केंद्रित ७५ काव्य रचनाओं का  संकलन अंतर्जा...

घनश्याम छंद

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छंद सलिला : घनश्याम छंद * संरचना १२१ १२१ २११ २११ २११ २  * भजो नित इष्ट , श्री घनश्याम सदा जग के  हरें हर कष्ट , गोकुलनाथ सदा सब के  नहीं छल-...

शारद वंदना

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ॐ शारद वंदना सतमात्रिक नवान्वेषित छंद सूत्र : ननल। * सुर सति नमन नित कर अमन * मुख छवि प्रखर स्वर-ध्वनि मधुर अविचल अजर अविकल अमर कर नव सृजन स...

शिक्षा व्यवस्था और शिक्षक

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चिंतन शिक्षा व्यवस्था और शिक्षक * शासकीय विद्यालयों के परीक्षा परिणाम आने के साथ ही सर्वाधिक अंक प्राप्त करनेवाले विद्यार्थियों को वाहवाही म...
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