दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

शुक्रवार, 30 अप्रैल 2021

रासलीला

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रासलीला : * आँख में सपने सुनहरे झूलते हैं. रूप लख भँवरे स्वयं को भूलते हैं. झूमती लट नर्तकी सी डोलती है. फिजा में रस फागुनी चुप घोलती है. कप...
गुरुवार, 29 अप्रैल 2021

भगवान स्वरूप 'सरस'

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नवगीतकार भगवान स्वरूप 'सरस' १९३३ उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में जन्मे भगवान स्वरूप सरस जी  ने नवगीतकार के रूप में शालीनता से अपनी ...

नवगीत

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नवगीत  * चार आना भर उपज है, आठ आना भर कर्ज बारा आना मुसीबत, कौन मिटाए मर्ज? * छिनी दिहाड़ी, पेट है खाली कम अनुदान शीश उठा कैसे जिएँ? भीख न द...

गीत

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गीत आज के इस दौर में भी संजीव * आज के इस दौर में भी समर्पण अध्याय हम साधना संजीव होती किस तरह पर्याय हम मन सतत बहता रहा है नर्मदा के घाट पर ...

भक्ति गीत

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भक्ति गीत संजीव * नटखट गोपाल श्याम जसुमति का लाला * बरज रही बिरज मही जाओ मत तजकर टेर रहीं धेनु दुलराओ भुज भरकर माखन की मटकी लो गोरस का प्याल...

मुक्तक, मुक्तिका

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ॐ मुक्तक  सीता की जयकार से खुश हों राजा राम जय न उमा की यदि करें झट शंकर हों वाम अर्णव में अवगाह कर अरुण सुसज्जित पूर्व चला कर्मपथ पर अडिग उ...

वीरांगना नँगेली

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स्मरण वीरांगना नँगेली भारत की एक ऐसी स्वाभिमानिनी नारी थी जिसने उस समय की कर्मठ स्त्रियों को अपने उरोज न ढकने देने की अपमानजनक कुप्रथा के वि...

सुमित्र जी के जिजीविषाजयी व्यंग्य दोहे

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सृजन चर्चा सुमित्र जी के जिजीविषाजयी व्यंग्य दोहे आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' * सनातन सलिल नर्मदा का अंचल सनातन काल से सृजनधर्मियों का...

नया छंद

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नया छंद - नाम सुझाएँ  * विधान मापनी- २१२ २११ १२१ १२१ १२१ १२१ १२१ १२। २३ वार्णिक, ३२ मात्रिक छंद। गण सूत्र- रभजजजजजलग। मात्रिक यति- ८-८-८-८, ...

हिंदी-सिन्धी

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एक महत्वपूर्ण सारस्वत अनुष्ठान  हिंदी-सिन्धी समन्वय सेतु, देवी नागरानी जी द्वारा संकलित, अनुवादित, संपादित ५५ हिंदी कवियों की रचनाएँ सिन्धी ...

मुक्तिका चाँदनी फसल..

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  ॐ विश्ववाणी हिंदी भाषा-साहित्य संस्थान * । हिंदी आटा माढ़िये, उर्दू मोयन डाल । ।।'सलिल' संस्कृत सान दे, पूरी बने कमाल।। * । जन्म ब्...

त्रिलोकी छंद

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ॐ विश्ववाणी हिंदी भाषा-साहित्य संस्थान * । हिंदी आटा माढ़िये, उर्दू मोयन डाल । ।।'सलिल' संस्कृत सान दे, पूरी बने कमाल।। * । जन्म ब्या...

दोहा सलिला

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दोहा सलिला संजीव * अगम अनाहद नाद ही, सकल सृष्टि का मूल व्यक्त करें लिख ॐ हम, सत्य कभी मत भूल निराकार ओंकार का, चित्र न कोई एक चित्र गुप्त कह...

एक कविता : दो कवि

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एक कविता : दो कवि शिखा: एक मिसरा कहीं अटक गया है दरमियाँ मेरी ग़ज़ल के जो बहती है तुम तक जाने कितने ख़याल टकराते हैं उससे और लौट आते हैं एक तूफ़...

मुक्तक

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मुक्तक: * जो हमसे दूर रहते हैं वही तो पास होते हैं।  नहीं जो चाहते कुछ भी, वही तो खास होते हैं।।  करें दावा निकटता का, जो केवल काम पड़ने पर- ...
बुधवार, 28 अप्रैल 2021

प्रार्थना

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ॐ मैया! ले लो अपनी कइंया रेवा! दुनिया भाती नइंया संग न सजनी, साथ न सइंया निज आँचल की दे दो छइंया * जग में आया ले कुछ साँसें भरमाया पालीं कुछ...

कोरोना विमर्श

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कोरोना विमर्श : ४ को विद? पूछे कोरोना आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' * को अर्थात कौन और विद अर्थात विद्वान। कोविद आज यही परख रहा है कि वि...

विरासत : अमीर खुसरो

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विरासत : अमीर खुसरो ग़ज़ल : फ़ारसी + हिंदुस्तानी ज़िहाल-ए मिस्कीं मकुन तगाफ़ुल, दुराये नैना बनाये बतियां । किताब-ए-हिजरां नदारम ऐ जान, न लेहो क...

गीत कोरोना

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ॐ गीत  कोरोना की जयकार करो * कोरोना की जयकार करो तुम नहीं तनिक भी कभी डरो * घरवाले हो घर से बाहर तुम रहे भटकते सदा सखे! घरवाली का कब्ज़ा घर प...

विमर्श : 'श्री'

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विमर्श : 'श्री' * 'श्री' पूरे ब्रह्मांड की प्राण-शक्ति है। श्री = शोभा, लक्ष्मी और कांति। श्रीयुत का मतलब प्राणयुक्त है। ...
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