दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

शनिवार, 19 अप्रैल 2014

chhand salila: kamini mohan / madan avtar chhand -sanjiv

›
छंद सलिला: कामिनीमोहन (मदनअवतार) छंद संजीव * छंद-लक्षण: जाति महादैशिक , प्रति चरण मात्रा २० मात्रा तथा चार पंचकल, यति५-१५. लक्षण छंद:...
शुक्रवार, 18 अप्रैल 2014

chitra par kavita: sanjiv

›
​चित्र पर कविता संजीव * भगा साथियों को दिया, किन्तु न भागा आप मधुर-मधुर मुस्कान से, हर मैया का ताप कान खिंचा मुस्का रहा, ब्रिज का मा...
गुरुवार, 17 अप्रैल 2014

hansgati chhand: sanjiv

›
छंद सलिला: हंसगति छंद संजीव * छंद-लक्षण: जाति महादैशिक , प्रति चरण मात्रा २० मात्रा, यति ११-९, चरणांत गुरु लघु लघु (भगण) होता है. लक...

chitr par kavita -sanjiv

›
चित्र पर कविता: संजीव * श्वास तुला है आस दण्डिका, दोनों पल्लों पर हैं श्याम जड़ में वही समाये हैं जो खुद चैतन्य परम अभिराम कंकर कंकर ...

kshanikayen: poornima barman

›
चित्र-चित्र क्षणिका : पूर्णिमा बर्मन पूर्णिमा जी समकालिक हस्ताक्षरों में महत्वपूर्ण स्थान की अधिकारिणी हैं अपने रचना कर्म और हिंदी प्रसा...
बुधवार, 16 अप्रैल 2014

geet: jevan ke dhaee aakhar ko -sanjiv

›
​गीत: माननीय राकेश खण्डेलवाल जी को समर्पित जीवन के ढाई आखर को संजीव * बीती उमर नहीं पढ़ पाये, जीवन के ढाई आखर को गृह स्वामी की करी उपेक...
मंगलवार, 15 अप्रैल 2014

sansmaran: difficult to understand india -dr. ram prakash saxena

›
​ डॉ. रामप्रकाश सक्सेना वर्धा हिंदी शब्दकोश के संपादक नियुक्त हुए ‘महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति ने ...

Award to alok shrivastav

›
आलोक श्रीवास्तव की वास्तव में श्री वृद्धि  ग़ज़लकार और पत्रकार आलोक श्रीवास्तव Aalok Shrivastav को वॉशिंगटन में 'अंतर्राष्ट्रीय...

chitra par kavita: sanjiv

›
चित्र पर कविता: संजीव रिश्तों पे जमीं बर्फ रास आ रही है खूब गर्मी दिलों की आदमी से जा रही है ऊब रस्मी बराए-नाम हुई ...

chhand salila: shiv stavan -sanjiv

›
छंद सलिला; शिव स्तवन संजीव * (तांडव छंद, प्रति चरण बारह मात्रा, आदि-अंत लघु) ।। जय-जय-जय शिव शंकर । भव हरिए अभ्यंकर ।। ।। जगत्पिता ...
रविवार, 13 अप्रैल 2014

yahya khan & manek shaw -rehan faizal

›
कैसे चुकाया यहया ख़ां ने मानेकशॉ का क़र्ज़? रेहान फ़ज़ल बीबीसी संवाददाता, साभार: बीबीसी  उनका पूरा नाम सैम ...
शुक्रवार, 11 अप्रैल 2014

santosh shrivastav honoured

›
  * संतोष श्रीवास्तव को प्रियंवदा साहित्य सम्मान मूलचंद स्मृति संस्थान की अध्यक्ष डॉ.मिथिलेश मिश्र ने ख्यात कथा-लेखिका संतोष श्रीवा...

CHITR PAR KAVITA: SANJIV

›
चित्र पर कविता: संजीव * बैल! तुम सभ्य तो हुए नहीं, मनुज बनना तुम्हें नहीं भाया। एक बात पूछूँ?, उत्तर दोगे?? लड़ना कहाँ से सीखा? भा...
रविवार, 30 मार्च 2014

kruti charcha: kumar gaurav ajitendu ke haiku -sanjiv

›
पुरोवाक: सम्भावनाओं की आहट : कुमार गौरव अजितेंदु के हाइकु आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' * विश्ववाणी हिंदी का छंदकोष  इतना सम...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

योगदान देने वाला व्यक्ति

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava

:: संचालक मंडल ::

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava
Blogger द्वारा संचालित.