दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

गुरुवार, 24 अक्टूबर 2013

muktika: zindagi ki imarat -sanjiv

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मुक्तिका : जिंदगी की इमारत संजीव * जिंदगी की इमारत में, नीव हो विश्वास की दीवालें आचार की हों, छतें हों नव आस की बीम संयम की सुदृ...
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ek kavita: beti ke ghar se lautna - chandrkant devtale

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एक कविता बेटी के घर से लौटना चंद्रकांत देवताले ० बहुत जरूरी है पहुँचना सामान बाँधते बमुश्किल कहते पिता बेटी जिद करती- एक दिन और रुक...
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kavita: utkendrit -kunwar narayan

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एक कविता उत्केंद्रित कुँवर नारायण ० मैं ज़िंदगी से भागना नहीं उससे जुड़ना चाहता हूँ। - उसे झकझोरना चाहता हूँ उसके काल्पनिक अक्ष पर...
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शुक्रवार, 18 अक्टूबर 2013

veer chhand: deewali par -sanjiv

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​ वीर छंद दीवाली पर: संजीव * दीवाली पर दीप जले शत, कोने में दुबका अँधकार स्नेह-दीप सब 'सलिल' जलायें, 'मावस पूनम सम उजिय...
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doha/kundali: rajesh prabhakar-sanjiv

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नया प्रयोग दोहे पर कुंडली    दोह राजेश प्रभाकर रोला संजीव स्याही से अभिमान का, कतरा -कतरा छान ! मिथक तोड़ दिल जोडती, कलम बनें पहचा...
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गुरुवार, 17 अक्टूबर 2013

vigyan salila: adhunik bhautiki suny

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विज्ञान सलिला  आधुनिक भौतिकी तथा भौतिकवाद का विकास सनी * हिग्स बुसॉन न मिलने की शर्त स्टीफेन हॅाकिंग हार गए हैं परन्तु उनकी इस ...
बुधवार, 16 अक्टूबर 2013

haiku salila: sanjiv

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हाइकु सलिला : संजीव * ईंट-रेट का मंदिर मनहर देव लापता * श्रम-सीकर चरणामृत से है ज्यादा पावन * मर मदिरा मत मुझे पिलाना दे विन...

lekh: itihaas ke mithak todati takneek - pramod bhargav

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सामायिक शोधलेख : इतिहास के मिथक तोड़ती तकनीक प्रमोद भार्गव  विज्ञान सम्‍मत कोई भी नई मान्‍यता वर्तमान मान्‍यता के खण्‍डन के...

Book review : mangal bula raha hai

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पुस्तक समीक्षा : मंगल पर जीवन की तलाश % अनुराग इस माह भारत मंगल अभियान के तहत पहली बार...

kavita: saras chhata anupras ki -shyamal suman

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सरस छटा अनुप्रास की श्यामल सुमन ०  सच्चे सच का सच स्वरूप ही सहज भाव से है स्वीकार। सतसंकल्प साधना के संग सृजन सजाता है संसार।। सघन समस्य...
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2013

kavita: Court Marshal kiska? Ajay Vir

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विचारोत्तेजक रचना   कोर्ट मार्शल किसका ??? - रमेश चहल * आर्मी कोर्ट रूम में आज एक केस अनोखा अड़ा था छाती तान अफसरों के आगे फौजी बलवान...
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सोमवार, 14 अक्टूबर 2013

doha-kundali : dr. gopal rajgopal-sanjiv

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दोहे पर कुंडली: दोहा : डॉ. गोपाल राजगोपाल, रोला: संजीव 'सलिल' “क्यों कातिल की खोज में,दुबले होते आप करली होगी खुदकुशी , मै...
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रविवार, 13 अक्टूबर 2013

muktak salila : salil

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मुक्तक सलिला : संजीव * दर्द ही हमसे डरेगा, हम डरें क्यों? हरण चैनो-अमन का हम ही करें क्यों? पीर-पाहुन चंद दिन का अतिथि स्वागत- ...
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geet : vedna par -sanjiv

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गीत: वेदना पर.… संजीव * वेदना पर चेतना की जीत होगी जिंदगी तब ही मधुर संगीत होगी… * दर्द है सौभाग्य यदि हँस झेल पाओ पीर है उपहार...
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शनिवार, 12 अक्टूबर 2013

muktak salila: sanjiv

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मुक्तक सलिला संजीव  ० बढ़ो रुके बिन पादानों पर बढ़ो कि मंजिल पाना है चढ़ो थके बिन सोपानों पर चढ़ो कि ध्वज लहराना है लड़ो हटे बिन बाधाओ...
गुरुवार, 10 अक्टूबर 2013

doha salila: shat vandan -sanjiv

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​दोहा सलिला : शत वंदन… संजीव * शत वंदन मैया सजा, अद्भुत रूप अनूप पूनम का राकेश हँस, निरखे रूप अरूप सलिल-धार बरसा रहे, दर्शन कर घन श्...
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बुधवार, 9 अक्टूबर 2013

narmada stuti - sanjiv

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माँ (नर्मदा स्तुति संजीव * शिवतनया सतपुड़ा-विन्ध्य की बहिना सुगढ़ सलौनी गोद अमरकंटक की खेलीं, उछल-कूद मृग-छौनी डिंडोरी में शैशव, म...
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kavya salila: aaiye kavita rachen -sanjiv

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काव्य सलिला : आइये! कविता रचें संजीव * आइये! कविता रचें, मिल बात मन की हम कहें भाव-रस की नर्मदा में सतत अवगाहन करें. कथ्य निखरे प्रतीक...
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