दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

शनिवार, 24 नवंबर 2012

व्यंग्य चित्र:

›
व्यंग्य चित्र:
शुक्रवार, 23 नवंबर 2012

दोहा सलिला: गले मिलें दोहा यमक संजीव 'सलिल'

›
दोहा सलिला: गले मिलें दोहा यमक संजीव 'सलिल' * गले मिलें दोहा यमक, ले हांथों में हार। हार न कोई मानता, बना प्यार तकरार।। * कलरव करती...

poem: Myths of maths, jagar sharma

›
poem: Myths of maths, jagar sharma * Apply Maths in life, daily, May look to you bit silly, Implement this formula, And you need no mo...

poem: none of us alone

›
poem: none of us alone * We are none of us alone even as we exhale      it is inhaled by others the light that shines upon me      s...

दोहा सलिला: गले मिलें दोहा यमक संजीव 'सलिल'

›
दोहा सलिला: गले मिलें दोहा यमक संजीव 'सलिल' * गले मिलें दोहा यमक, ले हांथों में हार। हार न कोई मानता, बना प्यार तकरार।। * कलरव करती...
3 टिप्‍पणियां:
बुधवार, 21 नवंबर 2012

नवगीत: नयन में कजरा... संजीव 'सलिल'

›
 नवगीत: नयन में कजरा... संजीव 'सलिल' * आँज रही है उतर सड़क पर नयन में कजरा साँझ... * नीलगगन के राजमार्ग पर ...
2 टिप्‍पणियां:
मंगलवार, 20 नवंबर 2012

कवि और कविता: अखिलेश श्रीवास्तव

›
कवि और कविता: अखिलेश श्रीवास्तव * अखिलेश जी की कवितायेँ पारिस्थितिक वैषम्य और त्रासदियों से जूझते-टूटते निरीह मनुष्यों की व्यथा-कथा हैं। ...

बोध कथा: फर्क

›
बोध कथा: फर्क
7 टिप्‍पणियां:

गीत : अटल बिहारी बाजपेयी

›
गीत : अटल बिहारी बाजपेयी

दोहा सलिला: नीति के दोहे संजीव 'सलिल'

›
दोहा सलिला नीति के दोहे संजीव 'सलिल' * रखें काम से काम तो, कर पायें आराम . व्यर्थ  घुसेड़ें नाक तो हो आराम हराम।। खाली रहे दिम...
3 टिप्‍पणियां:

पैरोडी: संजीव 'सलिल'

›
ई मित्रता पर पैरोडी: संजीव 'सलिल' * (बतर्ज़: अजीब दास्तां है ये, कहाँ शुरू कहाँ ख़तम...) * हवाई दोस्ती है ये, निभाई जाए किस तरह? मिले...
3 टिप्‍पणियां:
सोमवार, 19 नवंबर 2012

अहिंदुओं द्वारा हिन्दू धर्म अपनाने पर कायस्थ समाज में प्रवेश: आचार्य संजीव 'सलिल'

›
अहिंदुओं को हिन्दू धर्म अपनाने पर कायस्थ समाज में प्रवेश  मिलेगा: आचार्य संजीव 'सलिल'       जयपुर। '' विग...
6 टिप्‍पणियां:

गजल: - कुँअर बेचैन

›
गजल: - कुँअर बेचैन बहर: बह्रे मुजारे मुसम्मन् अखरब मक्फूफ महजूफ   मफ्ऊलु फायलातु मफाईलु फायलुन् ...

शिशु गीत सलिला : 2 -संजीव 'सलिल'

›
शिशु गीत सलिला : 2 संजीव 'सलिल' * 11 . पापा-1 पापा लाड़ लड़ाते खूब, जाते हम खुशियों में डूब। उन्हें बना लेता घोड़ा- ह...
13 टिप्‍पणियां:
रविवार, 18 नवंबर 2012

नवगीत: जितनी आँखें उतने सपने... संजीव 'सलिल'

›
नवगीत: जितनी आँखें उतने सपने... संजीव 'सलिल' * जितनी आँखें उतने सपने... * मैंने पाए कर-कमल, तुमने पाए हाथ। मेरा सर ऊंचा रहे,...
7 टिप्‍पणियां:

श्रृद्धांजलि: हिंदुत्व-केसरी नहीं रहा... संजीव 'सलिल'

›
श्रृद्धांजलि: बाल ठाकरे हिंदुत्व-केसरी नहीं रहा... संजीव 'सलिल' * कर जोड़ो शीश झुकाओ रे! महाराष्ट्र-केसरी नहीं रहा... *** वह वह नेता...
5 टिप्‍पणियां:
शनिवार, 17 नवंबर 2012

दोहा सलिला: चाँद हँसुलिया... संजीव 'सलिल'

›
दोहा सलिला: चाँद हँसुलिया... संजीव 'सलिल' * चाँद हँसुलिया पहनकर, निशा लग रही हूर. तारे रूप निहारते, आह भरें लंगूर.. * नभ मजूर ने हा...
4 टिप्‍पणियां:

पैरोडी: 'गा बैजू गा ...' ~ 'आतिश'

›
पैरोडी: 'गा बैजू गा ...'   (रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ .. 'मेहदी हसन') ~ 'आतिश'   आतिश * बे-सुर ही...

कविता: राम ने सिया को त्याग दिया ?' -एक भ्रान्ति ! शिखा कौशिक 'विख्यात'

›
कविता:   राम ने सिया को त्याग  दिया ?' -एक  भ्रान्ति ! शिखा कौशिक 'विख्यात'    [google se sabhar ]     सदैव से इस प...

गीत: दीप, ऐसे जलें... संजीव 'सलिल'

›
गीत: दी प,  ऐसे जलें... संजीव 'सलिल'   दीप के पर्व पर जब जलें- दी प,  ऐसे जलें... स्वेद माटी से हँसकर मिले, पंक में बन कम...
5 टिप्‍पणियां:
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

योगदान देने वाला व्यक्ति

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava

:: संचालक मंडल ::

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava
Blogger द्वारा संचालित.