दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

शनिवार, 21 जनवरी 2012

मैं सन्‌ ३६ की दिल्ली में - राजेन्द्र उपाध्याय

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मेरी मनपसंद कविता: मैं सन्‌ ३६ की दिल्ली में - राजेन्द्र उपाध्याय   ऐसे समय जब सब क्रांतिकारी कवि विदूषकों के हाथों पुरस्कृत हो रह...

कालजयी रचना: विप्लव गायन --बालकृष्ण शर्मा 'नवीन'

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कालजयी रचना:   विप्लव गायन बालकृष्ण शर्मा 'नवीन'   कवि, कुछ ऐसी तान सुनाओ, जिससे उथल-पुथल मच जाए, एक हिलोर इधर से आए, एक हिल...
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शुक्रवार, 20 जनवरी 2012

मुक्तिका : पूछ रहे तुम --संजीव 'सलिल'

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मुक्तिका : पूछ रहे तुम संजीव 'सलिल' * पूछ रहे तुम हाल हमारा क्या बतलायें कैसे हैं हम? झूठ कहें तो व्यर्थ दुखी हों, सत्य कहें तो ख...
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नवगीत: शीत से कँपती धरा --संजीव 'सलिल'

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नवगीत: शीत से कँपती धरा संजीव 'सलिल' * शीत से कँपती धरा की ओढ़नी है धूप. कोहरे में छिप न पाये सूर्य का शुभ रूप... * सि...
मंगलवार, 17 जनवरी 2012

दोहा सलिला: यथा नाम गुण हों तथा -- संजीव 'सलिल'

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दोहा सलिला: यथा नाम गुण हों तथा संजीव 'सलिल' * यथा नाम गुण हों तथा, अनायास-सायास. तभी करे तारीफ जग, हो न 'सलिल' उपहास....
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दोहा सलिला: समय संग दोहा कहे... --संजीव 'सलिल'

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दोहा सलिला समय संग दोहा कहे... संजीव 'सलिल' * समय संग दोहा कहे, सतत सनातन सत्य. सच न कह सको मौन हो, पर मत कहो असत्य.. * समय...

एक कविता: समय सलिला के किनारे ---संजीव 'सलिल'

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एक कविता: संजीव 'सलिल' * समय सलिला के किनारे श्वास-पाखी ताक में है. आस मछली मोहती मन. कभे इजती फिसल ज्यों संध्या गयी ढल. कभी मछली प...

Subject: Clever ideas to make life easier Clever Ideas to Make Life Easier

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Subject:   Clever ideas to make life easier Clever  Ideas to Make Life Easier Why didn’t I think of that?! We guarantee you...
मंगलवार, 10 जनवरी 2012

सँग चले दोहा-यमक: --संजीव 'सलिल'

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सँग चले दोहा-यमक संजीव 'सलिल' * चल न अकेले चलन है, चलना सबके साथ. कदममिलाकर कदम से, लिये हाथ में हाथ.. * सर गम हो अनुभव अगर, ...

रचना-प्रति रचना: कुसुम सिन्हा-संजीव 'सलिल

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मेरी एक कविता सांसों में महकता था चन्दन आँखों में सपने फुले थे  ल लहराती आती थी बयार बालों को छेड़कर जाती थी                   ...
सोमवार, 9 जनवरी 2012

नीर-क्षीर दोहा यमक: -- संजीव 'सलिल'

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नीर-क्षीर दोहा यमक संजीव 'सलिल' * कभी न हो इति हास की, रचें विहँस इतिहास. काल करेगा अन्यथा, कोशिश का उपहास. * रिसा मकान रिसा ...

गले मिले दोहा यमक : -- संजीव 'सलिल'

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गले मिले दोहा यमक संजीव 'सलिल' * दस सिर तो देखे मगर, नौ कर दिखे न दैव. नौकर की ही चाह क्यों, मालिक करे सदैव.. * करे कलेजा चाक...
रविवार, 8 जनवरी 2012

रचना-प्रति रचना: महेश चन्द्र गुप्त ख़लिश-संजीव वर्मा

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रचना-प्रति रचना ताबीर जिस की कुछ नहीं , बेकार का वो ख़्वाब हूँ –   महेश चन्द्र गुप्त ख़लिश ताबीर जिसकी कुछ नहीं, बेका...
शनिवार, 7 जनवरी 2012

भोजपुरी के संग: दोहे के रंग --संजीव 'सलिल'

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भोजपुरी के संग: दोहे के रंग संजीव 'सलिल' भइल किनारे जिन्दगी, अब के से का आस? ढलते सूरज बर 'सलिल', कोउ न आवत पास.. * अबला...
गुरुवार, 5 जनवरी 2012

चंद चौपदे: --संजीव 'सलिल'

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चंद चौपदे संजीव 'सलिल' * ज़िन्दगी है कि जिए जाते हैं. अश्क अमृत सा पिए जाते हैं. आह भरना भी ज़माने को गवारा न हुआ इसलिए हों...
मंगलवार, 3 जनवरी 2012

दोहा सलिला: दोहा-यमक-मुहावरे, मना रहे नव साल --संजीव 'सलिल'

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दोहा सलिला: दोहा-यमक-मुहावरे, मना रहे नव साल संजीव 'सलिल' * बरस-बरस घन बरस कर, तनिक न पाया रीत. बदले बरस न बदलती, तनिक प्रीत क...
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रविवार, 1 जनवरी 2012

नव वर्ष पर नवगीत: महाकाल के महाग्रंथ का --संजीव 'सलिल'

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नव वर्ष पर नवगीत: महाकाल के महाग्रंथ का --संजीव 'सलिल' नव वर्ष पर नवगीत संजीव 'सलिल' * महाकाल के महाग्रंथ का ...

नव वर्षमंगलमय हो deepti gupta ✆ drdeepti25@yahoo.co.in

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      वसुधैव  कुटुम्बकम् नव वर्ष की शुभकामनाएँ / नव वर्षमंगलमय हो नव  वर्षाची शुभेच्छा (मराठी) नवे साल दी बधाईयाँ (पंजाबी) नूतन  वर्षा...
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