दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

शुक्रवार, 25 मार्च 2011

ईहातीत क्षण: मृदुल कीर्ति

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  ॐ ईहातीत क्षण: मृदुल कीर्ति ईहातीत क्षणों की अनुभूति अनुभव गम्य होती है। यह आत्मा जिसमें हर क्षण कुछ ज्ञान पर्याय प्रकट हो रहे हैं।...
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अष्टावक्र गीता काव्यानुवाद --मृदुल कीर्ति

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  काव्यानुवाद : मृदुल कीर्ति        संग्रह — अष्टावक्र गीता / मृदुल कीर्ति यह देह , मन ,बुद्धि ,अहम् भ्रम जाल किंचित...
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श्वेताश्वतर उपनिषद्- काव्यानुवाद : मृदुल कीर्ति

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  श्वेताश्वतर उपनिषद्- काव्यानुवाद : मृदुल कीर्ति    ॐ शान्ति मंत्र ॐ सहनाववतु । सह नौ भुनक्तु । सह वीर्यं करवावहै । तेजस्वि नावध...
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तैत्तरीय उपनिषद- काव्यानुवाद : मृदुल कीर्ति

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  तैत्तरीय उपनिषद- काव्यानुवाद : मृदुल कीर्ति    ॐ श्री परमात्मने नमः शांति पाठ मम हेतु शुभ हों, इन्द्र, मित्र, वरुण, बृहस्पति,...
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ऐतरेय उपनिषद- काव्यानुवाद : मृदुल कीर्ति

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  ऐतरेय उपनिषद- काव्यानुवाद   : मृदुल कीर्ति    ॐ श्री परमात्मने नमः शांति पाठ हे सच्चिदानंद प्रभो ! मन वचन मेरे विशुद्ध हों, ...
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मांडूक्योपनिषद: काव्यानुवाद: मृदुल कीर्ति

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    मांडूक्योपनिषद: काव्यानुवाद: मृदुल कीर्ति  ॐ श्री परमात्मने नमः मा...
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