tag:blogger.com,1999:blog-5874853459355966443.post7277471778266618031..comments2024-03-29T13:30:18.890+05:30Comments on दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada : muktak : salilaDivya Narmadahttp://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5874853459355966443.post-26879560793248633182014-09-18T14:24:40.154+05:302014-09-18T14:24:40.154+05:30शिव जी ही अनुराग हैं, शिव जी ही वैराग
भोग-योग पर्...शिव जी ही अनुराग हैं, शिव जी ही वैराग <br />भोग-योग पर्याय हैं, हिम पर बसकर आग <br /><br />जगजननी-जगपिता की, रति- मति कहे न मौन <br />दशमुख-कालीदास के, सिवा कह सका कौन?<br /><br />सलिल धन्य पग पखारे, गौतम हों या राम <br />कृपा-दृष्टि पा कर तरे, धरा बने सुरधाम sanjivnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5874853459355966443.post-86381500416752430942014-09-18T14:09:41.649+05:302014-09-18T14:09:41.649+05:30Ram Gautam gautamrb03@yahoo.com
आ. आचार्य 'सल...Ram Gautam gautamrb03@yahoo.com<br /><br />आ. आचार्य 'सलिल' जी,<br />प्रणाम: <br />शिव की मंगल कामना में भी आपने शृंगार का पुट दिया,<br />लगता है जल्दी में मुक्तक लिखे गये हैं जहां शिव, स्वागत,<br />सिंगार, रागरंज़िस का प्रयोग अच्छा लगा, साधुवाद !!!<br />सादर- आरजीRam Gautam gautamrb03@yahoo.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5874853459355966443.post-65439838510107260682014-09-18T14:08:46.081+05:302014-09-18T14:08:46.081+05:30Ram Gautam gautamrb03@yahoo.com
आ. आचार्य 'स...<br />Ram Gautam gautamrb03@yahoo.com<br /> <br />आ. आचार्य 'सलिल' जी,<br /> प्रणाम: <br />शिव की मंगल कामना में भी आपने शृंगार का पुट दिया,<br />लगता है जल्दी में मुक्तक लिखे गये हैं जहां शिव, स्वागत,<br />सिंगार, रागरंज़िस का प्रयोग अच्छा लगा, साधुवाद !!!<br />सादर- आरजी Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.com